Tuesday, September 17, 2013

स्वर संग ब्याह

आज मैं हिंदी सिखाऊं ,
स्वर सा ! तुझ संग ब्याह रचाऊ ।

अ से ! अपना तुझे बना लूँ ,
आ सा ! आस मिलन की लगाऊं ।

इ सा ! तुझ संग इश्क लडाऊं ,
ई सी ! बीबी तुझे बनाऊं ।

उ सा ! उम्र भर साथ निभाएं ,
ऊ सी ! अपनी ऊँची शान करें ।

ए से ! फेरे लेकर हम ,
ऐ से ! मै तू एक हो जाए ।

ओ सा ! ओर किसी को न निहारूं ,
औ से ! औरत हो या बाला ।

अं से ! अपना अंश बनाये ,
ँ सा ! चाँद पे घर बनाए ,

ऋ सी ! कृपा हो रब की  ,
--- सी ! आजा तेरी माँग भरूँ ।

स्वर-व्यंजन सा ! साथ निभाऊं ,
जी करता है लिखता जाऊं ।

छंद दोहे से ! गहने पहनाकर ,
कविता सी ! तुझे सजाऊं ।

गीत संगीत से ! हम मिल जाएँ ,
कहानीं सा ! जीवन बिताएँ ।

आज मैं हिंदी सिखाऊं ,
स्वर सा ! तुझ संग ब्याह रचाऊँ ।
// मैं वितरागी //*****************

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