तू नही , पर मैं अकेला ।
बिन तेरे , खुदी से खेला ।।
संगदिल नहीं , पर तन्हा अकेला ।
बिन तेरे , तन्हाई से खेला ।।
शब्द नही , पर भावों का मेला ।
बिन तेरे , भावों से खेला ।।
ख़ुशी नही , पर गमों का रेला ।
बिन तेरे , गमों से खेला ।।
तन नही , पर मन अकेला ।
बिन तेरे , मन कहीं न खेला ।।
मैं नही , पर दिल अकेला ।
बिन तेरे ," मैं वीतरागी " संग खेला ।।
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